अयोध्या राम मंदिर- कौन है मूर्तिकार अरुण योगीराज जिनकी बनाई रामलाल की मूर्ति अयोध्या के श्री राम मंदिर में होगी विराजमान।
अयोध्या राम मंदिर- रामलाल की मूर्ति का चयन हो गया है। अयोध्या के राम मंदिर में कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति अयोध्या राम मंदिर में स्थापित की जाएगी।
अयोध्या के प्रसिद्ध “राम मंदिर” के लिए भगवान राम मूर्ति बनाने का चयन 29 दिसंबर 2023 को अयोध्या राम मंदिर में मतदान द्वारा किया गया, जिसमें मैसूर (कर्नाटक) के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज को राम मंदिर में रामलाल की मूर्ति बनाने पर सहमति बनी, यह जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” के माध्यम से जानकारी दी।
राम मंदिर की कुछ विशेष बातें लिंक पर क्लिक करें
केंद्रीय मंत्री ने “एक्स “ पर लिखा – “जहां राम हैं वहां हनुमान है। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति का चयन फाइनल हो गया है, हमारे देश के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार हमारे देश के गौरव श्री अरुण योगीराज के द्वारा बनाई गई। भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी, यह राम हनुमान अटूट रिश्ते का एक और उदाहरण है, इसमें कोई दो राय नहीं की हनुमान की भूमि कर्नाटक से रामलाल के लिए यह एक महत्वपूर्ण सेवा है।
कौन है अरुण योगीराज- 37 वर्षी अरुण योगीराज कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे तथा दादा बसबन्ना शिल्पी को मैसूर के राजा का संरक्षण हासिल था, इतना ही नहीं अरुण योगीराज के पिता को वाडियार घराने के महलों में खूबसूरती देने के लिए भी जाना जाता है, बताया जाता है कि 2008 में मैसूर विश्वविद्यालय से अरुण योगीराज ने एमबीए की पढ़ाई पूरी की अरुण योगीराज पांच पीढियों के वंश से आने वाले एक प्रतिष्ठित मूर्तिकार हैं।
एमबीए की पढ़ाई और नौकरी भी- अरुण योगीराज मूर्तियों में जान डाल देते हैं ताज्जुब की बात यह है, कि वह थोड़े समय के लिए एमबीए करने के बाद कॉरपोरेट क्षेत्र में नौकरी भी कर चुके हैं, इसके बाद मूर्ति कला में झंडा गढ़ रहे हैं, अरुण योगीराज ने एक इंटरव्यू में बताया था की मूर्तियों में लगा ही नहीं उन्हें 2008 के कला क्षेत्र में वापस खींच लाया था योगीराज अरुण देश के सबसे ज्यादा व्यस्त मूर्तिकारों में से एक हैं, अरुण के पोर्टफोलियो में प्रभावशाली मूर्तियों की एक श्रृंखला है इसमें 30 फीट ऊंची सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी शामिल है, जो की इंडिया गेट के पास अमर जवान ज्योति के पीछे प्रमुखता लगी है, मूर्तिकार की दुनिया में उनके अन्य उल्लेखनीय योगदानों में केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची मूर्ति से लेकर मैसूर में 21 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा शामिल है।
डॉ भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति बना रहे हैं अरुण योगीराज- कई उपलब्धियां को हासिल करने वाले अरुण को दिल्ली के जैसलमेर हाउस में स्थापित करने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति बनाने का काम भी सौपा गया है न्याय विभाग के द्वारा मिले इस काम को उन्हें फरवरी 2024 तक पूरा करना है गृहमंत्री अमित शाह 14 अप्रैल 2024 को इस मूर्ति को उद्घाटन कर सकते हैं।
अरुण योगीराज की उपलब्धियां-
मूर्तिकार अरुण योगीराज को कला क्षेत्र में उनके सराहनीय कार्य के लिए कई संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं, मैसूर के शाही परिवार ने उन्हें विशेष सम्मान प्रदान किया है, इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संगठन के पूर्व महासचिव कॉफी अन्नान ने उनकी कार्यशाला का दौरा करके सराहना की थी, अरुण योगीराज की कुछ उपलब्धियां इस प्रकार हैं-
- भारत सरकार द्वारा साउथ जोन यंग टैलेंट आर्टिस्ट अवार्ड 2014
- मैसूर जिला प्रशासन ने नलवाड़ी पुरस्कार 2020
- शिल्प परिषद ने 2021 में मानव सदस्यता
- शिल्पा कौस्तुभा पुरस्कार
- मैसूर जिले की खेल अकादमी से सम्मानित
- कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित